Positive Pay System (PPS) क्या है, PPS (Positive Pay System) for Cheque Clearing?

Positive Pay System (PPS) क्या है, PPS (Positive Pay System) for Cheque Clearing?

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हो सकता है अगली बार आप किसी को 50 हज़ार रूपये से अधिक का चेक (Cheque) जारी करें। और वो चेक (Cheque) सबकुछ सही होने के बाद भी रिजेक्ट हो जाए. ऐसा क्यों हो सकता है.?

दरअसल RBI(Reserve Bank Of India) ने Cheque Truncation System (CTS) के लिए अगस्त 2020 में पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System) की घोषणा की थी। RBI (Reserve Bank Of India) ने 1 जनवरी 2021 से चेक क्लीयरिंग (Cheque Clearing) के सिस्टम में बड़ा बदलाव करते हुए पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System) लॉन्च किया था. और सभी बैंको को इसे अनिवार्य रूप से लागू करने के लिए कहा था. उस समय तो कुछ बैंको ने ही इस दिशा में कदम उठाये थे. लेकिन अब देश के सभी बड़े बैंक Cheque Truncation System (CTS) के लिए पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रहें हैं. और 1 सितम्बर 2021 से एक्सिस बैंक इसे अनिवार्य करने जा रहा है. SBI (State Bank Of India) और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) भी इसे लागू कर दिया है. हालाँकि इन दोनों बैंको ने इसे अभी अनिवार्य ना करते हुए बैकल्पिक रखा है.

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क्या है पॉजिटिव पे प्रणाली?

What PPS (Positive Pay System)?

पॉजिटिव पे सिस्टम एक आटोमेटेड फ्रॉड डिटेक्शन टूल है. आरबीआई द्वारा इस नियम को लाए जसने के पीछे मकसद चेक का गलत इस्तेमाल रोकना है.

पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) क्या है, Positive Pay System चेकों की इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरिंग से जुड़ा है. पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) के तहत अब अगर आप किसी को 50 हज़ार से अधिक धनराशि का चेक (Cheque) देतें हैं तो आपको इसकी सूचना पहले बैंक को देनी होगी। यदि आप अपने बैंक को सूचना दिए बिना ही किसी को 50 हज़ार करोड़ रूपये से अधिक का चेक (Cheque) देते हैं तो बैंक उस चेक (Cheque) को रिजेक्ट कर देगा। और सबकुछ सही होने के बाद भी आपके द्वारा जारी चेक (Cheque) का भुगतान लाभार्थी को नहीं मिल पायेगा। यानि अब 50 हज़ार से अधिक के चेक (Cheque) को जारी करने से पूर्व उसकी सूचना आपको अपनी बैंक को देनी होगी।

क्या 50 हज़ार से कम धनराशि वाले चेक (Cheque) की सूचना भी बैंक को देनी होगी?

नहीं, अभी तक RBI (Reserve Bank Of India) का पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) सिर्फ 50 हज़ार से ऊपर धनराशि वाले चेक (Cheque) के लिए है. 50 हज़ार से कम धनराशि के चेक (Cheque) पूर्व की भाँति ही किसी को बिना बैंक को सूचित किये दिए जा सकेंगे।

पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) के तहत क्या क्या सूचनाएं देनी होंगी?

पॉजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System) नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन (National Payments Corporation of India -NPCI) की ओर से बनाया गया है. पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) के तहत खाताधारक को चेक (Cheque) लाभार्थी को देने से पूर्व

>लाभार्थी का नाम (Name Of Beneficiary)

>खाता नंबर (Account Number)

>चेक नंबर (Cheque Number)

>चेक की तारीख (Date Of Cheque)

>भुगतान की धनराशि (Amount Of Cheque)

>तथा चेक (Cheque) के दोनों तरफ की फोटो

बैंक के साथ शेयर करनी होगी | यह सभी जानकारी बैंक को उपलब्ध कराने के पश्चात ही चेक (Cheque) लाभार्थी को देना होगा | यह सभी जानकारियाँ बैंक द्वारा सिस्टम में अपलोड कर दी जायेंगी। और जब लाभार्थी द्वारा चेक (Cheque) क्लीयरिंग के लिए खाते में लगाया जाएगा तब पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) के अंतर्गत चेक (Cheque) की जाँच की जायेगी | जानकारी सही पायी जाने की अवस्था में चेक(Cheque) का भुगतान कर दिया जायेगा | पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) के बाद चेक (Cheque) से जुड़े फ्रॉड को काफी हद तक रोकने में सफलता मिलेगी। या फिर यह कह सकते हैं पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) पूरी तरह लागू होने के बाद चेक (Cheque) से जुड़े फ्रॉड पूरी तरह से रुक जायेंगे।

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पॉजिटिव पे प्रणाली कैसे कार्य करता है?

How Positive Pay System Works?

पॉजिटिव पे प्रणाली (Positive Pay System-PPS) के अंतर्गत चेक (Cheque) जारी करने वाले व्यक्ति या संस्था को एसएमएस (SMS), एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल ऍप या फिर शाखा जाकर लाभार्थी का नाम, खाता नंबर, चेक (Cheque) नंबर,  चेक (Cheque) की तारीख, भुगतान की धनराशि आदि जानकारियाँ बैंक को देनी होंगी। यह सभी जानकारी बैंक को उपलब्ध कराने के पश्चात ही चेक (Cheque) लाभार्थी को देना होगा | इसके बाद पॉजिटिव पे प्रणाली के अंतर्गत चेक (Cheque) की जाँच की जायेगी | प्राप्त जानकारी सही पायी जाने की अवस्था में चेक (Cheque) का भुगतान कर दिया जायेगा |

Benefits of Positive Pay System

पॉजिटिव पे प्रणाली के लाभ

1- Positive Pay System के द्वारा जाली एवं नकली चेकों से धोखा-धड़ी समाप्त हो जायेगी।

2- चेक (Cheque) खो जाने की स्थिति में किसी अन्य द्वारा इसको कैश नहीं कराया जा सकेगा।

3- चेक (Cheque) को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के समय में बचत होगी।

4- चेक (Cheque) क्लीयरिंग पहले से सुलभ एवं फ़ास्ट होगी।

5- चेक (Cheque) से जुडी समस्त डिटेल्स बैंक के पास सुरक्षित रहेंगी।

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NPCI दे रहा सुविधा

देश में इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट का कर्ता-धर्ता नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन आफ इंडिया (NPCI) ने Cheque Truncation System (CTS) में Positive Pay System की सुविधा बैंको को उपलब्ध कराई है. यह सिस्टम 50 हजार या इससे बड़े अमाउंट के चेक के जरिए पेमेंट पर लागू होगा. चेक ट्रांजैक्‍शन सिस्‍टम चेक को क्‍लीयर करने की एक प्रक्रिया है. इसमें जारी किए गए फिजिकल चेक को एक जगह से दूसरी जगह घूमना नहीं पड़ता है. चेक ट्रांजैक्‍शन सिस्‍टम चेक के कलेक्‍शन की प्रक्रिया को तेज बना देता है.

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1 comments:

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Unknown
admin
21 November 2021 at 13:16 ×

Sunil sharma

Congrats bro Unknown you got PERTAMAX...! hehehehe...
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