10 से 6 बजे
के बाद नहीं परेशान करेगा बैंक का फोन या व्हाट्सप्प ग्रुप - बड़ौदा उत्तर प्रदेश
ग्रामीण बैंक ने जारी किया सर्कुलर
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अक्सर बैंककर्मी उच्च अधिकारियो द्वारा किसी भी वक्त आने
वाले फ़ोन कॉल या व्हाट्सप्प ग्रुप पर आने वाले तुगलकी फरमानो की वजह से परेशान
रहते हैं. यह तुगलकी फरमान 24 घंटे में किसी भी वक्त आ सकतें हैं. और तुरंत ही इनका जबाब
देना अनिवार्य होता है. फ़ोन कॉल ना उठाने पर कई बार ब्रांच मैनेजर्स को लेटर भी
थमाए जा चुकें हैं. आप 6-7 बजे के बाद बैंक का सारा काम निबटाने के बाद सुकून से घर
जाने की सोच ही रहें होते हैं. तभी अचानक
किसी उच्च अधिकारी का फ़ोन या व्हाट्सप्प ग्रुप पर आया कोई मैसेज उनके सारे सुकून
को तहस-नयस कर देता है. इसकी वजह कई बार लोगो की निजी ज़िंदगी को भी बर्बाद होते
देखा गया है. कई बार तो लोग इसकी वजह से अनावश्यक तनाव में रहने लगते हैं.
बड़ौदा
उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में अब मिलेगी इस तनाव से मुक्ति
बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक ने अपने कर्मचारियों और
अधिकारियों की व्यक्तिगत ज़िंदगी का ध्यान रखते हुए इस समस्या का समाधान निकाला है.
बैंक ने बाकायदा सर्कुलर जारी करके 10 से 6 बजे के अतिरिक्त उच्च अधिकारियों द्वारा दिए जाने वाले
निर्देशों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. अब बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक का कोई भी उच्च अधिकारी
निर्धारित समय के अतिरिक्त अपने अधीनस्त अधिकारियों व् कर्मचारियों को कोई निर्देश
नहीं सकेंगे। इस सर्कुलर के जारी होने के बाद बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के
कर्मचारियों ने राहत की साँस ली है. उम्मीद है यह सर्कुलर बाकि दिशा निर्देशों की
तरह टाक पर नहीं रखा जाएगा। और इसका क्रियान्वयन ठीक से होगा।
और
बैंको के लिए दिखाई राह
बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक बैंक ऑफ़ बड़ौदा प्रायोजित
उत्तर प्रदेश की एक मज़बूत ग्रामीण बैंक है. यह बैंक भले ही राष्ट्रीयकृत बैंको के
सामान बढ़ी ना हो. लेकिन इसने इस मामले में कम से कम अन्य बैंको के लिए भी राह जरूर
दिखाई है. उम्मीद है जल्द ही अन्य बैंक भी इसका अनुशरण करते हुए अपने कर्मचारियों
के हित में इस तरह के नियम जरूर बनायेंगे।
एक
नज़र - बडौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक
बडौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक उत्तर प्रदेश के 12 शेत्रिये कार्यालयों सहित 14 जिलों इलाहबाद, बरेली, पीलीभीत, अमेठी, शाहजहांपुर, कानपूर नगर, कानपूर देहात, कौशाम्बी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, राय-बरेली, प्रतापगढ़, अम्बेडकर नगर तथा फतेहपुर में कार्य कर रहा है. 31 मार्च 2017 प्रदेश में इसकी कुल 924 शाखाएं
थी.
31
मार्च 2017 को 1 करोड़ 37 लाख
40
हज़ार दो सौ इक्कय्सी ग्राहकों के साथ बैंक का कुल डिपाजिट 13105
करोड़ रूपए है. 31 मार्च 2017 को बैंक में कुल 4176 लोग कार्य कर रहें
थे. जिनमे इस साल जॉइन किये कुल 845 लोगो को और जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 5000 से अधिक हो जाती है. आपको बता दें,
बडौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के कर्मचारी पहले भी इस
तरह के सोशल काम में आगे आते रहें हैं.
एक नज़र- बड़ौदा उत्तर प्रदेश बैंक
आपको बता दें, पूर्व में बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक अब 1 अप्रैल 2020 के बाद बड़ौदा यूपी बैंक हो चुकी है. इससे पूर्व इसका नाम बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक था. और यह प्रदेश के कुल 14 जिलों में काम कर रही थी. इसकी शाखाओं की संख्या 924 और टोटल बिज़नेस लगभग 24000 करोड़ था. लेकिन अब यह दो अन्य ग्रामीण बैंको पूर्वांचल बैंक और काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक के साथ मिलकर बड़ौदा यूपी बैंक बन चुकी है. बैंक के नाम से ऑफिशियली ग्रामीण हट चूका है. आपको बता दें मर्जर से पूर्व पूर्वांचल बैंक प्रदेश के 10 जिलों में काम कर रही थी. इसकी शाखाओं की संख्या 600 थी. और इसका मुख्यालय गोरखपुर में था. इसका बिज़नेस लगभग 16000 करोड़ था. वहीँ अगर काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक की बात की जाए तो यह बैंक प्रदेश के कुल सात जिलों में काम कर रही थी. और मर्जर से पूर्व इसकी शाखाओं की संख्या 459 थी. वहीं अगर काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक के बिज़नेस की बात की जाए तो इसका टोटल बिजनेस लगभग 15000 करोड़ था. इसका मुख्यालय वाराणसी में था.
लेकिन अब इन तीनो बैंक का आपस में विलय हो चूका है. और एक नयी बैंक अस्तित्वा में आ चुकी है. जिसका नाम बड़ौदा यूपी बैंक रखा गया है. अगर नयी बैंक की बात की जाए तो यह प्रदेश के कुल 31 जिलों में काम करेगी। और इसका टोटल बिज़नेस लगभग 55000 करोड़ का हो गया है. नयी बानी बड़ौदा यूपी बैंक लगभग आधे उत्तर प्रदेश में फैली हुई है. नयी बनी बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की शाखाओं की कुल संख्या 1983 हो गयी है. जो पहले की तुलना में दुगने से भी अधिक है. वही अगर इसके कर्म चरियो की संख्या की बात की जाए तो तीनों बैंको के सभी करमचारियो को मिलकर फ़िलहाल बड़ौदा यूपी बैंक में लगभग 9000 हज़ार कर्मचारी काम कर रहें हैं. जिसमे 3000 से अधिक तो मात्र काशिएर्स ही हैं. लगभग 2800 अफसर स्केल 1 है. वही बैंक के चेयरमैन की बात की जाए तो नयी बड़ौदा यूपी बैंक के पहले चेयरमैन का नाम डी पी गुप्ता है. आपको बता दें पूर्व यह बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के चेयरमैन भी रहें हैं.
नयी बनी बड़ौदा यूपी बैंक के मुख्यालय की बात की जाये तो ये प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में बनाया गया है. पूर्व में यहां पूर्वांचल बैंक का हेड ऑफिस भी रहा है. इससे पूर्व बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक का हेड ऑफिस राय बरेली में और काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक का हेड ऑफिस वाराणसी में था. लेकिन अब तीनो बैंको के विलय के बाद बनी नयी बैंक बड़ौदा यूपी बैंक का हेड ऑफिस गोरखपुर में बनाया गया है.
वहीं अगर नयी बनी बड़ौदा यूपी बैंक के बिजनेस की बात की जाये तो यह अब कुल मिलाकर लगभग 55 हज़ार करोड़ हो गया है. आपको बता दें इससे पूर्व बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक का बिजनेस 24 हज़ार करोड़ था. वही पूर्वांचल बैंक का बिजनेस 16 हज़ार करोड़ रुपए था. तीसरी बैंक काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक की बात की जाए तो इसका बिजनेस लगभग 15 हज़ार करोड़ था. लेकिन चुकि अब यह तीनो बैंक आपस में विलय हो चुकी हैं. तो इनका टोटल बिजनेस भी आपस में विलय हो चूका है. और 31 मार्च 2019 के आकड़ों के हिसाब से यह लगभग 55 हज़ार करोड़ रूपये हो जाता है. बैंक के लिहाज़ से अब यह बैंक काफी बड़ा हो चुका है.
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