"आदरणीय AGM सर मैं चोर नही हूँ" और लगा ली फांसी..

आदरणीय AGM सर मैं चोर नही हूँ। और लगा ली फांसी..


www.indianpsubank.in कानपुर स्थित कैनरा बैंक (Canara Bank) की विरहाना रोड स्थित शाखा के शाखा प्रबंधक (Branch Manager) श्री अजीत सिंह ने कल फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वह बैंक के उच्च अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित थे। एक AGM को संबोधित अपने सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा। ," आदरणीय जी. एम. सर मैंने कभी कोई गलत काम बैंक(Bank) के नुकसान या अपनी भलाई हेतु नही किया। परंतु यह मेरी गलतियां थी जो मेरे द्वारा हुई। पर मेरा कोई गलत इरादा नही था। और ना ही मेरी शाखा (Branch) का कोई कर्मचारी इसमें इरादतन शामिल था। मैं चोर नही हूँ। गलतियों के लिए क्षमा कीजियेगा। और मेरे परिवार के किसी सदस्य को परेशान मत कीजियेगा। मैं अपने परिवार से यही कह रहा हूँ, ना मैं अच्छा बेटा बन सका, ना पति और ना ही अच्छा पिता। आप सभी को बीच मझदार में छोड़कर जा रहा हूँ। हो सके तो मुजे माफ कीजियेगा। मोनू (छोटा भाई) सबका ख्याल रखेगा। "

टारगेट पूरा करने के दबाव में परेशान थे। 

मीडिया ने अजित के दोस्त डीप नारायण के हवाले से लिखा है, अजित सिंह मार्च क्लोजिंग के चलते टारगेट पूरे न कर पाने की वजह से दबाव में थे। उच्च अधिकारियों द्वारा उन पर पॉलिसी बेचने का दबाव बनाया जा रहा था। उन्होंने अपने क्रेडिट पर कुछ ग्राहकों की पांच लाख से अधिक की पॉलिसी करा दी थी। पिछले 3-4 दिनों से चल रहे ऑडिट (Audit) में इन पॉलिसियों की रकम लेज़र में नही दिखी। जिस पर उन्होंने टारगेट के चलते अपने क्रेडिट पर पालिसी कराने की बात कही थी। 

style="text-align: justify;">तनाव में छोड़ दिया था खाना पीना

उन्होंने बैंक अधिकारियों को इन सभी पॉलिसी की रकम तत्काल जमा कराए जाने कराने का आश्वासन भी दिया था। जिसके बाद उन्होंने इन पॉलिसियों की रकम का कलेक्शन भी किया था। पिछले दो दिनों से वो अपने दोस्त के साथ घूम घूम कर पॉलिसियों का कलेक्शन कर रहे थे। लेकिन इसके बाबजूद भी बैंक अधिकारियों द्वारा लगाए गए आरोपों की वजह से वह टूट गए थे। इसी दबाव के चलते उन्होंने खाना पीना छोड़ दिया था। और रात रात भर जागते रहते थे। 

शरीरीक रूप से थे परेशान

अजित सिंह शारिरिक रूप से परेशान रहते थे। बैंक जॉइन करने जे पूर्व ही उनका एक्सीडेंट हुआ था। जिससे उनका एक पैर खराब हो गया था। और पैर से दिव्यांग थे। इसके अलाबा उनकी रीढ़ की हड्डी में भी गंभीर चोट थी। जिस कारण वो आगे की ओर झुक नही पाते थे। शारिरिक परेशानी के साथ बैंक अधिकारियों द्वारा किये गए अनावश्यक टार्चर की वजह से अजीत सिंह ने अपनी जान दे दी। 

केशवपुरम स्थित घर मे लगाई फाँसी

अजित सिंह केशवपुरम में अपनी पत्नी सुनैना एवं तीन साल की बेटी अनन्या के साथ रहते थे। वह शास्त्री नगर के रहने वाले थे। वह Canara Bank की बिरहाना रोड स्थित शाखा में शाखा प्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। अजित सिंह Canara Bank के स्केल 2 अधिकारी थे। सोमवार देर शाम वह शास्त्री नगर स्थित अपने चाचा के घर गए थे। मंगलवार सुबह वो पत्नी से केशवपुरम स्थित घर की चाबी लेकर चले आये थे। और कमरे में जाकर फांसी लगा ली। 

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