IBPS RRB VIII में
फ़र्ज़ीवाड़ा, बायोमेट्रिक व
दस्तावेज सत्यापन में धरे गए दो अभ्यर्थी - Baroda UP Gramin Bank
देश की सबसे भरोसेमंद और
अपनी निष्पक्ष चयन प्रक्रिया के लिए प्रसिद्ध देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं
में सुमार IBPS
की IBPS RRB VIII
की परीक्षा भी अब दलालों की पहुँच से दूर नहीं रह गयी है.. हैरत तो तब हो जाती
है जब फ़र्ज़ी परीक्षार्थी प्रारम्भिक,
मुख्य परीक्षा के बाद जोइनिंग की लास्ट स्टेज तक पहुंच जातें हैं. और इस बीच
वो तमाम बायोमेट्रिक को भी चकमा देने में भी कामयाब हो जातें हैं. जाहिर है इसके
पीछे कोई बड़ा गैंग सक्रिय है. जो अबतक प्रशासन की नज़रो से बचकर आसानी से अपने काम
को अंजाम दे रहा है.
दस्तावेज
व बायोमेट्रिक सत्यापन के समय धरे गए अभ्यर्थी
बैसे तो अक्सर इस तरह की खबरे
आती रहती है. की कुछ पेपर सॉल्वर प्रारम्भिक या मुख्य परीक्षा के समय धरे गए.
लेकिन बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक (Baroda UP Gramin Bank) का ताज़ा मामला पिछले मामलों से
काफी अलग है. क्योकि यह फर्जीवाड़ा चयन के आखिरी स्तर पर पकड़ा गया है. दरअसल कल
दोपहर को IBPS
की ग्रामीण बैंको में कार्यालय सहायको के लिए होने वाली चयन परीक्षा IBPS
RRB VIII में चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों व बायोमेट्रिक सत्यापन
का कार्य बड़ौदा प्रदेश ग्रामीण बैंक (Baroda
UP Gramin Bank) के राय बरेली स्थित प्रधान कार्यालय में चल रहा था चल रहा
था. तभी सत्यापन कार्य में लगे दो अधिकारियों को, दो अभ्यर्थियों की फोटो को देखकर कुछ शक हुआ. तो उन्होंने
बायोमेट्रिक के समय ली गयी फोटो से उसका मिलान
किया। और उनका शक यकीन में बदल गया.
अधिकारियो
की सजगता से पकडे गए अभ्यर्थी
कार्यवाही में शामिल
अधिकारियों श्री प्रशांत मिश्रा व् राजकुमार पांडेय के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार कल भी
रोज की ही तरह IBPS
की ग्रामीण बैंको में कार्यालय सहायको के लिए होने वाली चयन परीक्षा IBPS
RRB VIII में चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन का कार्य
चल रहा था. सबकुछ सामान्य तरीके से हो रहा था. तभी इनमे से एक अधिकारी की नज़र
फॉर्म में लगे फोटो पर पड़ी, उसको कुछ शक हुआ. जब उसने और जानकारी करते
हुए बायोमेट्रिक के समय ली गयी फोटो से मिलान किया। तो उसे सारा मामला समझते देर
नहीं लगी. जब अभ्यर्थियों से कड़ाई से पूछताछ की गयी. तो उन्होंने बताया की लिखित
परीक्षा किसी और ने दी थी. और बायोमेट्रिक भी उन्होंने ही कराया था। लेकिन जोइनिंग के टाइम दूसरे अभ्यर्थी दस्तावेज
लेकर प्रस्तुत हुए. इस प्रकार फर्ज़ीवाड़े
का खुलासा हो गया.
सॉफ्टवेयर
से मिक्सिंग कर बनायी थी फोटो।
दरअसल यह पूरा फर्जीवाड़ा
हाई-टेक तरीके से हो रहा था. जिसमे आवेदन के समय सॉफ्टवेयर की मदद से असली और नकली
अभ्यर्थी की फोटो को इस तरह मिक्स किया जाता। जिससे परीक्षा नकली अभ्यर्थी ( पेपर
सॉल्वर ) दे दे. और जोइनिंग के समय असली अभ्यर्थी प्रस्तुत होकर नौकरी ज्वाइन कर
ले. इसके पीछे जरूर ही कोई बड़ा भर्ती गैंग सक्रिय होगा। क्योंकि इतने स्तर पर पुरे
सिस्टम को चकमा देना किसी आम आदमी के बस की बात नहीं है. जरूर इसके पीछे कोई बड़ा
गैंग सक्रिय होगा।
11-12 लाख
में होता है सौदा
पकडे गए
अभ्यर्थियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रति अभ्यर्थी 11-12 लाख में
सौदा हुआ था. जिसमे से कुछ रकम एडवांस के तौर पर पहले ही दे दी गयी थी. दोनों में
से एक ने 8 लाख
रूपये व् दूसरे ने 3 लाख
रुपए देने की बात कबूल की है. फिलहाल दोनों अभ्यर्थी पुलिस के कब्जे में हैं. और
जल्द ही कुछ बड़ी मछलियों के पकडे जाने की सम्भवना है.
दोनों
अधिकारियों को किया गया सम्मनित
आज बड़ौदा
उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के राय बरेली स्थित प्रधान कार्यालय में दोनों
अधिकारियों प्रशांत मिश्रा व् राजकुमार पांडेय को उनकी सजगता के लिए बैंक के
चेयरमैन श्री डी. पी. गुप्ता के द्वारा सम्मानित किया गया. इस अवसर पर उन्हें
पुष्प गुच्छ व् स्मृति चिन्ह दिया गया.
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कुल 300 पदों के लिए चल रही थी भर्ती प्रक्रिया
IBPS
- INSTITUTE OF BANKING PERSONNEL SELECTION की परीक्षा पास कर चुके
अभ्यर्थी बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के राय बरेली स्थित मुख्यालय में
दस्तावेजों के सत्यापन के लिए आये हुए थे. यहाँ बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक
में रिक्त कुल 300 पदों के लिए चयन प्रक्रिया का अंतिम दौर
चल रहा था. तभी IBPS - INSTITUTE OF BANKING PERSONNEL SELECTION की परीक्षा पास किये हुए अभ्यर्थी अर्जुन कुमार के जोइनिंग की प्रक्रिया
चल रही थी. तभी फॉर्म में लगे फोटो और बायोमेट्रिक में ली फोटो को देखकर
अधिकारियों को कुछ शक हुआ. लेकिन अर्जुन से बार बार कड़ाई से पूछताछ करने के बाद भी
वो अपनी बात से तस से मस नहीं हुआ. तभी अधिकारिओं ने अर्जुन का आधार कार्ड कब्जे
में लेकर उसकी पड़ताल की. जांच करने के बाद पता लगा मौके पर जो अभ्यर्थी आया है वो
अर्जुन नहीं बिहार का मनीष कुमार था.
बड़ौदा उत्तर प्रदेश
ग्रामीण बैंक ( Baroda
Uttar Pradesh Gramin Bank – BUPGB ) - एक नज़र
बड़ौदा उत्तर प्रदेश
ग्रामीण बैंक ( Baroda
Uttar Pradesh Gramin Bank – BUPGB ) उत्तर प्रदेश में स्थित
देश का एक बड़ा ग्रामीण बैंक है. और 1 अप्रैल 2020 को दो अन्य बैंको पूर्वांचल बैंक और काशी गोमती ग्रामीण
बैंक के साथ मर्जर के बाद यह देश का सबसे बड़ा ग्रामीण बैंक बन जाएगा। फिलहाल बड़ौदा
उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक उत्तर प्रदेश में 12 क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ काम कर रहा है. जो प्रदेश के 14 जिलों पीलीभीत, बरेली, शाहजहाँपुर, प्रयागराज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कौशाम्बी, सुल्तानपुर, फैज़ाबाद,राय-बरेली, प्रतापगढ़, अम्बेडकर नगर तथा फतेहपुर
में कार्य कर रहा है. 31 मार्च 2017 को बैंक की शाखाओं की
संख्या 924 थी. जैसा की इसके नाम से
पता चल रहा है की इसका प्रायोजक बैंक, bank of baroda है. वर्तमान में इसका मुख्यालय उत्तर प्रदेश के
राय बरेली जिले में स्थित है. लेकिन मर्जर के 1 अप्रैल 2020 के इसका मुख्यालय गोरखपुर में शिफ्ट हो जाएगा। बैंक की सबसे
बड़ी यूनियन airrbea है. वर्तमान समय में बैंक
के चेयरमैन डी. पी. गुप्ता हैं. बैंक के 2 जनरल मैनेजर जीतेन्द्र कुमार और चंदर बनाला हैं...