भाई के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए नही मिली छुट्टी, रजिस्टर पर अनुपस्थिति दर्ज करा फ़ोटो मंगवाई।
www.indianpsubank.In: आम लोगो मे ऐसी धारणा आम है कि सरकारी बैंकर मौज की ज़िंदगी जीते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों में कितने बैंकर्स ने काम के प्रेशर के चलते आत्महत्या की है अगर यह आंकड़े कहीं दर्ज हो और उन्हें जारी किया जाए तो शायद सरकारी बैंकर्स की ज़िंदगी की भयाभय स्थिति का अंदाजा लग जाये।
ताज़ा मामला बैंक ऑफ इंडिया प्रायोजित आर्यावर्त बैंक के अलीगढ़ का है। यहां के क्षेत्रीय प्रबंधक ने एक शाखा प्रबंधक को उसके भाई के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भी अवकाश देने से मना कर दिया। आर्यावर्त बैंक की यूनियन अरेबिया की यूनिट के पदाधिकारियों के अनुसार इन क्षेत्रीय प्रबंधक महोदय द्वारा पूर्व में भी इस तरह अमानवीय कार्य किये जाते रहें हैं।
हद तो तब हो गयी जब बैंक के व्हाट्सएप ग्रुप में उक्त क्षेत्रीय प्रबंधक ने छुट्टी ना देने का कारण ब्रांच के व्यवसाय को बताया। जबकि उसी व्हाट्सएप ग्रुप में उक्त अधिकारी ने साफ साफ बताया है कि उनके भाई का देहांत हो गया है और उन्हें अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अवकाश चाहिए।
लीव सैंक्शन करने की जगह अनुपस्थिति दर्ज कराई।
जब व्हाट्सएप पर क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा अवकाश स्वीकृत ना करने की बात कही गयी तब अधिकारी ने HRMS पोर्टल पर Casual Leave के लिए अप्लाई किया। लेकिन क्षेत्रीय प्रबंधक महोदय ने अवकाश स्वीकृत करने की जगह अधिकारी की शाखा में मौजूद अन्य स्टाफ से पहले उपस्थिति पंजिका में अनुपस्थिति दर्ज करवाई और फिर उसकी फोटो खींचकर मंगवाई। इस तरह क्षेत्रीय प्रबंधक महोदय ने मानवता की सारी हदें पार कर दी। उक्त अधिकारी अब मानसिक तनाव में है और उसे कार्यवाही का डर सता रहा है।