डिप्रेशन के चलते बड़ौदा यूपी बैंक की असिस्टेंट मैनेजर ने लगायी फांसी
www.indianpsubank.in: बड़ौदा यूपी बैंक के रीजन पडरैना में पोस्टेड असिस्टेनेट ब्रांच मैनेजर ने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी फ़ोन करके दी. परिवार के मुताबिक दीक्षा सिंह (उम्र 25 वर्ष) बड़ौदा यूपी बैंक के पडरैना क्षेत्र में सहायक शाखा प्रबंधक के पद पर कार्यरत थी. परिजनों के मुताबिक दीक्षा सिंह लम्बे समय से डिप्रेशन की शिकार थीं. एवं एकसाल से उनका इलाज चल रहा था.
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ड्यूटी
जाने से पहले लगायी फाँसी
आज
22 सितंबर को सुबह रोजाना की तरह ही दीक्षा सिंह ड्यूटी जाने के लिए सुबह
नहाने के लिए बाथरूम गयीं। लेकिन काफी देर तक जब वह वापस नहीं लौटी तो परिजनों को
शक हुआ. परिजनों द्वारा काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाबजूद जब दरवाजा नहीं खुला
तो परिजनों ने दरवाजा तोड़कर जब अंदर प्रवेश किया। तो वह दुपट्टे के सहारे दरवाजे
की कुण्डी से लटकी हुईं थीं.
युवती
के परिजनों ने उनको उतारकर पुलिस को घटना की जानकारी दी. पुलिस ने पार्थिव शरीर को
अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों के मुताबिक दीक्षा लगभग
एकसाल से मानसिक रूप से बीमार चल रहीं थीं. और उनका इलाज लखनऊ स्थित एक निजी
अस्पताल से चल रहा था.
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बैंकर्स
में डेप्रेशन आम बात
पिछले
काफी समय से बैंकर्स में डिप्रेशन की बिमारी काफी तेज़ी से फ़ैल रही है. इसीलिए आये
दिन बैंकर्स के आत्महत्या करने घटनाएं
होती रहती हैं. बैंकर्स के लिए नौकरी में काम के बोझ और ज़िंदगी के बीच संतुलन
बनाना मुश्किल हो रहा है. इसलिए अधिकतर बैंकर्स डिप्रेशन का शिकार हो रहें हैं. और
इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रहीं हैं. अगर जल्द ही इस दिशा में कदम ना उठाये
गए तो आने वाले वक्त में स्थितियाँ और भयानक हो सकती हैं.